चलो आज अपनी मोहब्बत का सही बयान कर देते हैं किसने कितना हमारा साथ दिया उसका व्याख्यान कर देते हैं एक वो थे जो कानो के कच्चे थे सुन्दर चेहरा पर कामों से बच्चे थे और एक कुछ पल का हमसफ़र जिसे हम सम्मान देते हैं
चलो आज अपनी मोहब्बत का सही बयान कर देते हैं किसने कितना हमारा साथ दिया उसका व्याख्यान कर देते हैं
नफरत कानो में कुछ मनग्र्रन्त कह देती है यह रूह उपहास की पीर्डा सह लेती है चलो एक खुदगर्ज इंसान की
मुश्किल आसान कर देते हैं
चलो आज अपनी मोहब्बत का सही बयान कर देते हैं किसने कितना हमारा साथ दिया उसका व्याख्यान कर देते हैं
अच्छा बीज नहीं पनप सकता
उस प्रदूिषित जमीन पर
फल नहीं मिलते उस पोधे से जो पले जल नमकीन पर दोखेबाजी में डूबे
उस शक्स को
सही पैगाम देते हैं
चलो आज अपनी मोहब्बत का सही बयान कर देते हैं किसने कितना हमारा साथ दिया उसका व्याख्यान कर देते हैं
हवाओं को और गन्दा न करो हम हवाबाजों को बिखरा सकते हैं हम उस नस्ल के हैं जो तूफानों से टकरा सकते हैं मुल्क की मिटी से
हम सब शैतान भगा सकते हैं
चलो आज अपनी मोहब्बत का सही बयान कर देते हैं किसने कितना हमारा साथ दिया उसका व्याख्यान कर देते हैं~ मोहन अलोक