ancient indian history

Uncategorized

Bhrigu Clan

भृगु कुल :व्युत्पत्ति की दृष्टि से भृगु शब्द का अर्थ प्रकाशमान अग्नि के विद्युत रूप का यह प्रतिनिधित्व करता है। भृगु प्रजापति:ब्राह्मण्ड पुराण के अनुसार इनकी पत्नी ख्याति थी, जो दक्ष प्रजापति की पुत्री थी। देव-दैत्य युद्ध में यह दैत्यों की पक्षपाती थी। भृगु तपस्या के लिए वन में चला गये और इनकी पत्नी देवों …

Bhrigu Clan Read More »

Maharishi Vyas

Maharishi Vyas. महर्षि व्यास :व्यास महर्षि पराशर के पुत्र थे। उनकी माता का नाम सत्यवती या काली था। वह कैवर्त राज की पुत्री थी। व्यास का नाम कृष्ण था, क्योंकि उसका जन्म यमुना नदी के एक द्वीप में हुआ था, उन्हें द्वैपायन भी कहते थे। उनकी जन्मतिथि वैशाख–पूर्णिमा मानी जाती है। वे कौरवों- पाण्डवों के …

Maharishi Vyas Read More »

Sage Parashara

पराशर :पुत्रों की मृत्यु व वंश के क्षय से व्यथित मैत्रावरूण वसिष्ठ घर से निकल पड़े। इनकी पुत्र वधु शक्ति की विधवा पत्नी अदृश्यवन्ती रोती हुई उनके पीछे चल पड़ी। उसके गर्भ से वेद ध्वनि सुन वसिष्ठ आनन्दित हुए कि उनका वंश जीवित है। सात पुत्रों की मृत्यु से दुखी बूढ़े वसिष्ठ को इस बच्चे …

Sage Parashara Read More »

Vasishtha Lineage Continued

जातुकर्ण:वसिष्ठ वंश में जातुकर्ण ऋषि हुआ है। इसने व्यास को वेद-पुराण की शिक्षाप्रदान की थी। इसे अठाईस द्वापरों में से एक युग का व्यास कहा गया है। इस ऋषि के वंशज जातुकर्ण्य कहलाते हैं। आश्रम : – मनाली (हिमाचल) से तीन किलोमीटर दूर विपाशा (व्यास) नदी के किनारे वसिष्ठ शिला नामक आश्रम है। ऋषि मैत्रावरुणि …

Vasishtha Lineage Continued Read More »

Vasishtha Lineage Continued

वसिष्ठ हिरण्य नाभ कौशल्य  यह वसिष्ठ ब्रह्मा के मानस पुत्र वसिष्ठ से भिन्न है। राम की बीसवीं पीढ़ी में राजा हिरण्यनाभ कौशल्य हुआ है। | वसिष्ठ उसका पुत्र था। यह जैमिनी नामक आचार्य का शिष्य था। जैमिनी ने इसे वेद की पाँच सौ संहिताएँ सिखाई थीं। इसने वही अपने शिष्य याज्ञवल्क्य को प्रदान की। यह …

Vasishtha Lineage Continued Read More »

Vasishtha Lineage Continued

सुयज्ञ वसिष्ठराजा दशरथ तथा श्रीरामचन्द्र का पुरोहित सुयज्ञ वसिष्ठ था। यह नीति विशारद, प्रमुख ज्ञानी, क्षमाशील एवं सहिष्णु था । तपस्या के बल से इसने ‘ब्रह्मर्षिपद प्राप्त किया था। दशरथ के द्वारा किए कामेष्टि यज्ञ में वह प्रमुख ऋत्विज था । राम आदि भाइयों को शस्त्र शास्त्र विद्या भी इसी ने सिखाई। राम को उपदेश …

Vasishtha Lineage Continued Read More »

Vasishtha Lineage Continued

Vasishtha Lineage Continued अथर्वनिधि वशिष्ठ (द्वितीय) :यह ऋषि राजा दिलीप खटवांग का समकालीन और राजपुरोहित था। राजा दिलीप द्वितीय खटवांग इक्ष्वाकु वंश के इकासठवें राजा हुए हैं। उनके पिता का नाम विश्व सह और माता यशोदा थी। दिलीप का विवाह मगध देश की राजकुमारी सुदक्षिणा से हुआ था। कई वर्ष तक उनके सन्तान न हुई। …

Vasishtha Lineage Continued Read More »

Vasishtha Lineage

देवराज वसिष्ठ अयोध्या के तीन राजाओं वैक्यारुण, सत्यव्रत विशकु तथा हरिश्चन्द्र के गुरु वसिष्ठ देवराज थे। राजा सत्यव्रत का आचरण निंदनीय था। उसने विवाह मण्डप से ब्राह्मण कन्या का अपहरण किया था। पिता राजा त्रैय्यारुण तथा गुरु वसिष्ठ का अपमान किया था। इसलिए गुरु वसिष्ठ के शाप के कारण यह त्रिशंकु कहलाने लगा। | सत्यव्रत …

Vasishtha Lineage Read More »

The unsung heroes of Kashmir Valley

As we all are aware that islamic tribes & Pakistan army regulars invaded kashmir during October, 1947, immediately after partition based on religion, few months after the infamous partition of India. Pakistan Army had code-named it’s “Capture Kashmir Mission” as Operation Gulmarg.On the way to Kashmir, the army carried out extensive killings/genocide of hindus so-called …

The unsung heroes of Kashmir Valley Read More »

Vasishtha Ancestors

वसिष्ठ कुलऋषि वसिष्ठ :इस वंश की जानकारी वायु, ब्रह्माण्ड मत्स्य आदि पुराणों में मिलती है। इस वंश के प्रमुख ऋषि निम्न है। आदि ऋषि वसिष्ठ, निमि के गुरु वसिष्ठ देवराज वसिष्ठ, आपव, अथर्व निधि, श्रेष्ठ राज, सुयज्ञ, सुवर्चस, मैत्रावरुण, शक्ति, उपमन्यु, शक्ति-पुत्र पराशर, व्यास आदि। इस वंश की अन्य शाखा ‘जातुकर्ण’ लोग माने जाते हैं। …

Vasishtha Ancestors Read More »

Scroll to Top