halat
थक चुकी है जिंदगी
क्यूंकी मेरे हालात
अब मुझसे
सलाह नही करते
मेरे ख्याल
मेरे सवाल की
परवाह नही करते
मेरे सवाल
मेरे हाल पे
निगाह नही करते
मेरे कारवाँ
मेरी राह की
परवाह नही करते
थक चुकी है जिंदगी
क्यूंकी मेरे हालात
अब मुझसे
सलाह नही करते
मेरे कदम
मेरे निशान
की पहचान नही करते
मेरी आँखो
के सावन
मेरे अरमान की
परवाह नही करते
मेरे ख्याल
मेरे सवाल की
परवाह नही करते
मेरे सवाल
मेरे हाल पे
निगाह नही करते
थक चुकी है जिंदगी
क्यूंकी मेरे हालात
अब मुझसे
सलाह नही करते
मेरे आँसू
मेरे गाल की
परवाह नही करते
मेरे काजल
मेरी निगाह
स्याह नही करते
मेरे ख्याल
मेरे सवाल की
परवाह नही करते
थक चुकी है जिंदगी
क्यूंकी मेरे हालात
अब मुझसे
सलाह नही करते
मेरे सवाल
मेरे हाल पे
निगाह नही करते
उनके जवाब
मेरे सवाल
से वफ़ा नही करते
थक चुकी है जिंदगी
क्यूंकी मेरे हालात
अब मुझसे
सलाह नही करते ~ मोहन आलोक