सूर्योदय
ग्रहों के परिवर्तन में ही भारत का निर्माण है
सूर्य इस जगत की आत्मा सूर्य ही इस जगत का प्राण है
शताब्दियों की दासता के बाद अब सूर्योदय होगा
सूर्य ही सबकी आत्मा सूर्य में ही कलयाण है
सूर्य ही जगत का कर्ता धर्ता सूर्य ही सबका भाव
सूर्य सागर सूर्य ही जीवन संगर्ष की एक नाव
सूर्य ही श्री राम की माथे की शान है
ग्रहों के परिवर्तन में ही भारत का निर्माण है
सूर्य इस जगत की आत्मा सूर्य ही इस जगत का प्राण है
शताब्दियों की दासता बाद सूर्योदय होगा
सूर्य ही सबकी आत्मा सूर्य में ही कलयाण है
सूर्य की किरण की साथ सब दुष्ट का हो विनाश
सूर्य ऊर्जा जल! दे फर्जी दुष्ट पुतलों को काश
सम्मान हो उन सेनानियों का जो अब तक अनजान है
ग्रहों के परिवर्तन में ही भारत का निर्माण है
सूर्य इस जगत की आत्मा सूर्य ही इस जगत का प्राण है
शताब्दियों की दासता बाद सूर्योदय होगा
सूर्य ही सबकी आत्मा सूर्य में ही कलयाण है~मोहन आलोक