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अंडेमान निकोबार बलीदान दिवस
प्रतिवर्ष 30 जनवरी को अंडमान द्वीपवासियों द्वारा पुनीत स्थल “सैलूलर जेल” पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
30 जनवरी 1944 ई० को जिन निर्दोष वीरों को जापानियों ने मार कर सांझी कबर में दबा दिया था। उनके सम्बन्धी उस जगह की खोज में लगे थे। लगभग दो वर्ष के बाद 1946 ई० को एक ट्रक चालक ने बलिदानी श्री प्रेम शंकर पाण्डेय के भाई राम स्वरुप पांडेय को उस पवित्र स्थान के बारे में बताया। सभी ने “एल. शेप” सामूहिक कबर पर अपनी-अपनी धर्मिक प्रार्थना शुरू कर दी। प्रतिवर्ष बलिदानियों के परिवारों के सदस्य, मित्र आम जनता उस पुनीत स्थल के दर्शन करने व शहीदों को श्रद्धांजली देने के लिए जाने लगी। 30 जनवरी, 1944 के बलिदानियों की सूची:
1. अनन्त लाल, रोहतक, हरियाणा से आजीवन कारावास काटने के लिए काला पानी पहुंचा। आई० आई० एल० का सदस्य ।
2. उत्तम सिंह पंजाब वासी जून, 1942 मे लीग का सदस्य बना। करनैल सिंह – पंजाब निवासी लीग का सदस्य ।
3. कौर सिंह चावला सुपुत्र भगवानदास चावला, पोखर सिंह का छोटा भाई, पंजाब निवासी, लीग का सदस्य, गांव-गांव में प्रचार किया। पर्याप्त धन इकट्ठा करके नेता जी को
4. गोपाल सिंह-दिलीप सिंह का दूसरा भाई, पंजाब से आकर उसके पास कम्पाउंडर का काम करने लगा था।
5. जय सिंह
जय राम तिवाड़ी सुपुत्र श्री राम तिवाड़ी अबरद्दीन में उत्पन्न, लीग का सदस्य, 12 जनवरी को पकड़ा गया।
6. जसवन्त सिंह- उत्तर प्रदेश, भंतु समुदाय का कम्पाउंडर, लीग सदस्य ।
7. दलपत राय – महाराष्ट्र निवासी मुंशी, मई 1942 में लीग का सदस्य बना था।
8. दिलीप सिंह- पंजाब निवासी नमूना घर गांव में बस गया था। पत्नी केसर कौर के साथ दोनो अपने अन्य भाईयों के साथ लीग का काम करने लगे। भाईयों सहित शहीद। पत्नी को 15 वर्ष का कठोर दण्ड ।
9. प्रेम शंकर पाण्डे :- इनका जन्म पं० दया शंकर पाण्डेय के घर 10 मई, 1908 ई० को अबरद्दीन, पोर्ट ब्लेयर के स्थान पर हुआ। वे सैनीटरी इंसपेक्टर थे। वे कई सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के सदस्य तथा आई० आई० एल० के सचिव थे। जापानियों को भारतीय स्वतन्त्रता समिति से विशेष भय था कि उनके कारण ये द्वीप हमारे हाथ से न निकल जाए। उन्होंने इनका घर जला दिया, जिससे इस परिवार का सब कुछ नष्ट हो गया। प्रेम शंकर पाण्डेय को
गोवर्धन पूजा वाले दिन 27 अक्टूबर, 1943 ई० को जापानियों द्वारा बंदी बना लिया गया। उसकी धर्मपत्नी श्रीमती केसरा देवी को बार-बार पकड़ कर इस वीर के सामने उसे यातनाएं दी गई, परन्तु फिर भी श्री पाण्डेय ने स्वीकार नहीं किया कि वे ब्रिटिश जासूस हैं। 30 जनवरी, 1944 को होमफ्रेगंज के स्थान पर अन्य शहीदों के साथ गोली मारकर सांझी कब्र में दबा दिया।
13. बख्शीश सिंह- ब्रिटिश सेना में था। छोड़कर आई० आई० एल० का सदस्य बन गया। जासूस कहकर जापानियों ने उसे यातनाएं दी।
वचन सिंह सुपुत्र निहाल सिंह, पंजाब के रोपड़ जिले के गांव रत्तों में जन्म, 12 अप्रैल 1900 को अपने चाचा मास्टर बख्शीश सिंह के पास आया और क्लर्क की नौकरी की। 1927 ई० में लीग का सदस्य बन गया था ।
14. बन्ता सिंह- पंजाब निवासी भारतीय मिलिट्री पुलिस में था। मई, 1942 में लीग का सदस्य बना।
15. बलवन्त सिंह, एल० एल० बी. मुंशी के काम पर लगा। 1942 ई० में लीग का सदस्य बना।
16. बसंत लाल सुपुत्र भरत, वन विभाग में मुंशी था। 1942 ई० में आई० आई० एल० से जुड़ा था ।
17. मलखान सिंह सुपुत्र गंगा दास, मुरादाबाद ( उ० प्र०), भंतु समुदाय, कम्पाउंडर
महिमा सिंह, पंजाब वासी लीग का सदस्य, नवम्बर, 1943 में बंदी।
18. मुल्क राज- हरियाणा से लीग का सदस्य ।
मोहर सिंह सुपुत्र मुरली मलाह, जन्म सितम्बर, 1914, पंजाब में अपने भाई के साथ अबरद्दीन में व्यापार शुरू किया। नेता जी के आगमन पर उन्हें राशि भेंट की।
19. राज रतन दास सुपुत्र किशन दास, जन्म 1 जुलाई, 1916ई० सहायक जेलर, पत्नी को भी यातनाएं दी गई।
20. रतन चन्द सुपुत्र रूप चन्द, 8 फरवरी, 1915, क्लर्क, लीग की सांस्कृतिक समिति का सदस्य ।
राधा कृष्ण सुपुत्र राम कृष्ण जन्म 15 सितम्बर, 1911 ई०, लीग का सदस्य
21. लक्ष्मण दास संकवा सुपुत्र चिन्तामणि संकवा, जन्म 28 दिसम्बर, 1905 ई० में पोर्ट ब्लेयर में तहसीलदार लीग की कार्यकारिणी का सदस्य ।
गांव रत्तों में जन्म, 12 अप्रैल 1900 को अपने चाचा मास्टर बख्शीश सिंह के पास आया और क्लर्क की नौकरी की। 1927 ई० में लीग का सदस्य बन गया था ।
22. बन्ता सिंह- पंजाब निवासी भारतीय मिलिट्री पुलिस में था। मई, 1942 में लीग का सदस्य बना।
बलवन्त सिंह, एल० एल० बी मुंशी के काम पर लगा। 1942 ई० में लीग का सदस्य बना।
23. बसंत लाल सुपुत्र भरत, वन विभाग में मुंशी था। 1942 ई० में आई० आई० एल० से जुड़ा था ।
मलखान सिंह सुपुत्र गंगा दास, मुरादाबाद ( उ० प्र०), भंतु समुदाय, कम्पाउंडर ।
महिमा सिंह, पंजाब वासी लीग का सदस्य, नवम्बर, 1943 में बंदी।
24. मुल्क राज- हरियाणा से, लीग का सदस्य ।
मोहर सिंह सुपुत्र मुरली मलाह, जन्म सितम्बर, 1914, पंजाब में अपने भाई के साथ अबरद्दीन में व्यापार शुरू किया। नेता जी के आगमन पर उन्हें राशि भेंट की। राज रतन दास सुपुत्र किशन दास, जन्म 1 जुलाई 1916ई० सहायक जेलर, पत्नी को भी यातनाएं दी गई।
25. रतन चन्द सुपुत्र रूप चन्द, 8 फरवरी, 1915, क्लर्क, लीग की सांस्कृतिक समिति का सदस्य ।
राधा कृष्ण सुपुत्र राम कृष्ण जन्म 15 सितम्बर, 1911 ई०, लीग का सदस्य
26. लक्ष्मण दास संकवा सुपुत्र चिन्तामणि संकवा, जन्म 28 दिसम्बर, 1905 ई० में पोर्ट ब्लेयर में तहसीलदार लीग की कार्यकारिणी का सदस्य ।
27. डॉ० शेर सिंह लिधड-पंजाब में जन्म 13 अगस्त, 1897 को 1938 में सहायक सर्जन के पद पर नियुक्ति, अप्रैल, 1942 में लीग से जुड़े।
28. सत्येन दास, उत्तर प्रदेश वासी, मेडिकल विभाग में कम्पाउंडर, 1942 में लीग का सदस्य बना। नवम्बर, 1943 में बंदी।