like it

union
रास्ते में वो मिला अछा लगा
सूना -सूना रास्ता अछा लगा .
उस ने जाने क्या कहा अछा लगा
बड़े -मुद्दत आईना अछा लगा .
उस ने जाने क्या कहा अछा लगा
रुकते -रुकते बोलना अछा लगा .
कितने शिकवे थे मुझे तकदीर से
आज किस्मत का लिखा अछा लगा .
मुझ में क्या है मुझ को कब मालूम है
वो ही जाने उसको क्या अछा लगा .
उस ने जाने क्या कहा अछा लगा
बड़े -मुद्दत आईना अछा लगा
उस की सूरत से लगा मुझ को की
उस को मेरा देखना अछा लगा
जज्बा -ऐ- मोहबत पर क्यों है उनका यह शक
जज्बा -ऐ- मोहबत पर क्यों है उनका यह शक
कुछ तो मेरे पिंडर -इ मोहब्बत का भरम रख
तू भी तो कभी मनाने के लिए आ .. …. !!

 

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