Punarmilan
पाकिस्तान की आधार शिला किसी ऊँचे आदर्श पर नहीं रखी गयी थी ! ब्रिटिश सरकार ने जिन्नाह और मुस्लिम लीग के जिद पर पाकिस्तान बनाया था ! जिन्नाह जो मुंबई का रहने वाला था, उसको ब्रिटिश सरकार ने पाकिस्तान को बतोर तोहफा दिया. पाकिस्तान को बनाने में और जिन्नाह की मुराद पूरी करने के पीछे प्रेरणा स्रोत मानव हरदे की निक्रिशत भावनाओं धरामंद्ता घृणा द्वेष स्वार्थ आदी थे !
पुनर्मिलन बंगला देश के मुक्ति आन्दोलन का जीवित सत्य है ! लेखिका ने बंगलादेश के आज़ादी के युद्ध और मुक्ति आन्दोलन का चित्रण अत्यदिक प्रभावशाली और हरदया विदारक रूप से किया है ! पाकिस्तानी शासक याहिया खान और उसके बर्बर नौकर शाहों के अत्याचारों से तंग आ कर मुस्लिम जन समुदाय का भारत की और शरण प्राप्ति के लिए प्रवाह इस उपन्यास में मनोविज्ञानिक रूप से किया गया है ! विक्षिप्त विद्वस्त परिवारों का फिर से पनपना क्रांति से झुलस कर बच निकले सदस्यों का पुनर मिलन और घावों भरे हर्द्यों का विविद तथा प्रतिसपर्दी भावनाओं का शब्द चित्र विशेष आकर्षक है ! बिछुरे शिशु को पा कर मातरी हर्दय आनंद के आंसू बहता है ! सभी पात्रों का चित्रण उन की स्थिति के अनुरूप और सवाभाविक है आशा है हिंदी जगत इस उपन्यास को यथा योग्य स्थान देगा
Kindly Visit:-
https://www.dropbox.com/s/eh96spqc7qhuf7g/PUNARMILAN.pdf?dl=0