कोशिश की लिखने की
अपनी तकदीर ख्वाब में
बिगड़ सी यह गई थी
उनकी तस्वीर शराब में
अब आलम है की पानी में
उनकी तस्वीर नज़र आती है
हर बेवफा की कहानी में
बिगड़ी तकदीर नज़र आती है
की थी कोशिश भुलाने की
उनको इस नशीले शबाब में
कोशिश की लिखने की
अपनी तकदीर ख्वाब में
बिगड़ सी यह गई थी
उनकी तस्वीर शराब में ~ मोहन अलोक
NOTE : I am a tea totaller and a This is just tukbandi alok mohan