मधुशाला
मधुशाला पेगाम देती आओ मेरे मधु के प्याले में खो जाओ मीठा दरिया है पुकारता आओ मेरे मीठे पानी में ड़ूब जाओ यह दोस्ती कभी कभी गहरी नींद सुला देती है मृदु भावों के अंगूरों की याद बहुत रूला देती है झरनो के वेग कहते आओ मेरे संग मौज-मस्ती की शंख बजाओ मधुशाला पेगाम देती …