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सच दा कोई साथ नहीं

सच दा कोई साथ नहीं

https://youtu.be/Yw6dM3R9n0M?si=e_QOkAlGZi8TKouw
Lyrics by Cdr Alok Mohan,
Copyright (©) Cdr Alok Mohan
तू ते मुड़ के तक्कया वी नहीं,
ज़िथे मैं उस दिन रुक गया,
सवालां नाल दिल बुझदा नहीं,
क्यों इश्क़ मेरा, इक झूठ ते  मुक्क गया?

जब सच नू समझण वाला,
कोई ना होवे,
ते झूठ ही हर पासे राज करे।
ओहदी मिठी गल्लां,
ओहदे खोटे वादे,
दिल नू हर वारी साज करे।

सच बोलण वाले नू पागल समझे,
लोकां दे वेहड़े ते झूठ ही चमके।
जिथे सच दी कोई कदर ना होवे,
ओथे हर वारी हार ही चमके।

सच दा कोई साथी नहीं,
झूठ दा सारा जग वेहड़ा।
सच दी राहां तंग ने,
झूठ दा हर पासे पहरा।।

सच बोलण वाले कले  रह जान,
झूठ वाले महल बनान।
दिल विच दर्द लुकाके वी,
सच वाले हिम्मत कर के ही दिखान।

  इक दिन आवेगा, सच जितेतेगा,
ओस दिन दुनिया सच नू पूजेगी।
पर ओह दिन आन तो पहिलां,
सच दी रूह तद तक हमेशा रोवेगी।।

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