हर राह हर मन्जिल ने हमे जलील कर दिया
खूबसूरत वक्त को कूडे मे तबदील कर दिया
आसमान से जब जब की हमने शिकायत तब
तब तुफान ने हवाओ को भी अश्लील कर दिया _मोहन आलोक
हर राह हर मन्जिल ने हमे जलील कर दिया
खूबसूरत वक्त को कूडे मे तबदील कर दिया
आसमान से जब जब की हमने शिकायत तब
तब तुफान ने हवाओ को भी अश्लील कर दिया _मोहन आलोक