Dharm Sanskriti
भारतीय धर्म-संस्कृति के संरक्षण का इतिहास देहि सिवा वर मोहे इहै . सुभ कर्मन ते कबहुं न डरों, न डरौ अरि सों, जब जाय लरौ , निसचै कर अपनी जीत करौ।बीसवीं शताब्दी के अनेक बलिदानियों को, जिन्होंने विदेशी सत्ता से भारत माता को मुक्त कराने और भारतीय संस्कृति के संरक्षण के लिए असहनीय यातनाएँ सही, …