ancient indian history

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A BLOODIED LEAF FROM MEMORY- 1947 PARTITION OF INDIA

A BLOODIED LEAF FROM MEMORY And then the ENEMY captured Lahore and proceeded to massacre the non Muslim residents in the city- the indigenous people.  Gangs of killers roamed freely. Law enforcing authorities were nowhere to be seen. Residents shut their doors & windows in terror, awaiting the inevitable, expecting the worst. There was NO …

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Himalayan Blunder Which Left Hindus Humiliated For Ever

As received Friends & patriots, I would change the word “Blunder” in the Subject line above by “TREASON”. Blunder is committed in innocence by one of our own, who acts with neglect or through oversight. But here we are speaking about a shrewd & smart crook, ENEMY IN FRIEND’S GARB, barrister-at-law Jawaharlal Nehru, who did …

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पहेली

पहेली बन कर हमेशा ऊलझने ऊलझती रही हम से नवेली बन गयी मेरी यह. जिंदगी मेरे अपने ही गम से मधुशाला पेगाम देता रहा आ मेरे मधू के प्याले में खो जाओ मीठा दरिया है पुकारता रहा आ मेरे मीठे पानी में ड़ूब जाओ जो मेरे दिल के पास थी पहेली सुलझती रही खुद ब …

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नजारे

बदली थी जब जब ऊनकी नजर तो बदल गये सारे नजारे धीरे से चलते रहे हम ऊनकी यादों की बैसाखी के सहारे मायूस जब जब किया था ऊनकी य़ादों ने मंजिल दिखी उनमे सपनो में हुई मुलाकातों से नींद खुली तो बदल गये यह आसमान चाँद और सितारे बदली थी जब जब ऊनकी नजर तो …

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मधुशाला

मधुशाला पेगाम देती आओ मेरे मधु के प्याले में खो जाओ मीठा दरिया है पुकारता आओ मेरे मीठे पानी में ड़ूब जाओ यह दोस्ती कभी कभी गहरी नींद सुला देती है मृदु भावों के अंगूरों की याद बहुत रूला देती है झरनो के वेग कहते आओ मेरे संग मौज-मस्ती की शंख बजाओ मधुशाला पेगाम देती …

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मैंने खुद को खुद से

मैंने खुद को खुद से बात करते देखा मैने खुद को खुद ही तपते झलते देखा खुद को मन की तराजू पर तुलते देखा अपनो को अपनी ही नज़र से गिरते देखा भुझते उभरते प्रेम के दीपक को जलते देखा गिरते ढलते खुद ही संभलते देखा मककारों को सीना ताने चलते देखा जानता हूँ सीमाओं …

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